घर में घुसे तेंदुए को पकड़ने में वन विभाग के छूटे पसीने, बेहोशी के इंजेक्शन की 6 डोज के बाद पकड़ में आया तेंदुआ…

अलीगढ़। अलीगढ़ में जवां के एक घर में घुसे तेंदुए को पकड़ने में वन विभाग के पसीने छूट गए, वन विभाग को तेंदुए का रेस्क्यू करने में करीब 10 घंटे लग गए.
तेंदुए को देखकर घर के लोग डर गए. उन्होंने खुद को किचन में बंद कर लिया. इसके बाद हल्ला मचाया तो आसपास के लोगों को तेंदुए के होने का पता चला. इसके बाद, वन विभाग की टीम को सूचना दी गई. घर से तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग और वाइल्ड लाइफ विभाग की पांच टीमें पहुंचीं.
अलीगढ़ के साथ ही, हाथरस, एटा, अलीगढ़ और इटावा से भी टीम को बुलाया गया. टीम ने सबसे पहले किचन की खिड़की तोड़कर पूरे परिवार को घर से बाहर निकाला. इसके बाद, तेंदुए को पकड़ने का काम शुरू किया.
शातिर तेंदुआ घर के अंदर बनी सीढ़ी के नीचे जाकर छिप गया. अधिकारी खिड़की से उस पर निशाना साध रहे थे, लेकिन वह उनकी आंखों से ओझल हो गया. इसके बाद उन्होंने बाहर दीवार में छेद किया और फिर तेदुए के ऊपर शॉट गन से निशाना लगाया, जिससे उसे बेहोशी की दवा इंजेक्ट की जा सके. रेस्क्यू टीमों ने लगातार उसके ऊपर 5 बार वार किया, जिसे तेंदुए ने विफल कर दिया.
तेंदुए को दवा की 6 वीं डोज लगने के बाद जब वह बेहोश हो गया तो टीमें इंतजार करती रहीं. जिस तरह तेंदुए को 5 डोज का असर नहीं हुआ, टीम को डर था कि कहीं 6वां डोज भी बेअसर नहीं कर दें. टीम ने उसके पूरी तरह से बेहोश होने का इंतजार किया. इसके बाद उन्होंने घर का दरवाजा तोड़ा और पूरी सतर्कता के साथ अंदर घुसी. फिर उन्होंने जाल डालकर उसे पकड़ा और बाहर लेकर आए.
बाहर लाने के बाद तेंदुए को पिंजड़े में रख दिया गया और कुछ देर बाद ही वह होश में आ गया. इसके बाद वह दहाड़ता रहा. जब तक टीमें तेंदुए को अपने साथ कस्बे के बाहर लेकर नहीं चली गई, लोगों के अंदर डर बना रहा. लोग अपने घर के अंदर दुबक कर सारी गतिविधियां देखते रहे. तेंदुए के रेस्क्यू के बाद वन विभाग की टीम ने उसे उत्तराखंड राज्य के बार्डर पर सहारनपुर के शिवालिक क्षेत्र में पड़ने वाले मोहंड रेंज में छोड़ दिया.
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