अंतरराष्ट्रीय फलक तक परिवर्तन ला सकती हैं महिलाएं : मेयर

लखनऊ । महिलाएं घर की चौखट से लेकर अंतरराष्ट्रीय फलक तक मूलभूत परिवर्तन ला सकती हैं। महिलाओं को जब कभी अवसर है। तब महिलाओं ने अपने आप को साबित किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिलाओं को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। इसका असर आज समाज में देखने को मिल रहा है।
उक्त बातें राजधानी की मेयर संयुक्ता भाटिया ने शनिवार को नगर पँचायत बख़्शी का तालाब के ग्राम देवरई में बैदेही वेलफेयर फाउंडेशन एवं रामेश्वरी जगदीश योगक्षेम ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित मिशन शक्ति कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहीं। यह कार्यक्रम नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयन्ती एवं बालिका दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया था। कार्यक्रम के दौरान महिला भजन मंडली ने देवी गीत प्रस्तुत किये। गांव की 51 सुहागिन महिलाओं को मेयर ने सुहाग-किट प्रदान किया।
उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सामाजिक संगठनों को ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के मध्य ज्यादा से ज्यादा कार्य करना चाहिए। ग्रामीण महिलाओं में अभी भी जागरूकता की कमी है। उन्हें तमाम सरकारी योजनाओं के बारे में पता ही नहीं है। महिलाओं को चाहिए कि वह घर-परिवार के साथ अपने स्वास्थ्य और हित के बारे में भी सोचें। साथ ही, अपनी बेटियों को खूब शिक्षित करें। बच्चों को अच्छे संस्कार देकर उन्हें सभ्य नागरिक बनाएं।इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित मेयर संयुक्ता भाटिया ने समाजसेवी कांति सिंह, पूर्व सभासद सुषमा सिंह, नागेन्द्र बहादुर सिंह चौहान व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सह संयोजक अभय प्रताप सिंह को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित भी किया।कार्यक्रम में बैदेही वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव प्रशांत प्रवीण सिंह, वरुण सिंह पंकज, मधुसूदन मिश्र एडवोकेट, एन्जिल प्रवीण, रिची सिन्हा, विनय प्रताप सिंह टीटू, इत्येन्द्र सिंह चौहान व ऋषभ सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

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