दुर्घटनाओं में मृत्यु का बड़ा कारण ओवरस्पीडिंग
लखनऊ । राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह के तहत शनिवार को एपीजे अब्दुल कलाम सभागार कलेक्ट्रेट में सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता राज्यसभा सांसद व पूर्व डीजीपी बृजलाल ने की। इस दौरान परिवहन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि हर साल अन्य आपराधिक घटनाओं में जितनी मृत्यु होती है, उससे लगभग तीन गुना मृत्यु सडक़ दुर्घटनाओं में होती है। मृतकों में अधिकांश 18 वर्ष से 45 वर्ष आयु वर्ग के वे व्यक्ति होते हैं जो कि परिवार के कमाऊ सदस्य भी होते हैं और उनकी मृत्यु पूरे परिवार के लिए वज्रपात के समान होती है। इस पर सांसद ने कहा कि मृत्यु का सबसे बड़ा कारण ओवरस्पीडिंग है। वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग, नशे में वाहन चलाना, गलत साइड में वाहन चलाना, हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग न करना आदि भी दुर्घटनाओं के कारण हैं। उन्होंने दुर्घटना बाहुल्य ब्लैक स्पॉट पर रोड साइनेज, रम्बल स्ट्रिप, कैट्स आई आदि लगाने तथा आवश्यक इंजीनियरिंग संबंधी सुधार करने के लिये लोक निर्माण विभाग व एनएचआई को भी निर्देशित किया। बैठक में अपर जिलाधिकारी केपी सिंह, एआरटीओ प्रवर्तन संजय तिवारी, सिद्धार्थ यादव व अमित रंजन राय तथा पीटीओ आशुतोष उपाध्याय आदि परिवहन अधिकारी उपस्थित रहे।