18% कमीशन की मांग : कमीशन नहीं देने के कारण मजदूरों को 6 माह से नहीं दिया गया पेमेंट
समाचार सुर्खियों में आने के बाद अधिकारी देने लगे अजीबो-गरीब सफाई, खामियाजा भुगत रहे मजदूर
जांजगीर-चांपा। जिले में सूत्रों के बताए अनुसार विभाग के ही रेंजर ने अपने उच्च अधिकारी के ऊपर आरोप लगाते हुए बताया वन मजदूर से कराए गए कामों में मजदूर के हक का पैसा 18% कमीशन की मांग की जा रही है और कमीशन नहीं देने के कारण विगत 6 माह से पेमेंट नहीं किया गया।
इस संबंध में कई बार उच्च अधिकारी से चर्चा की गई परंतु उसमें किसी भी प्रकार से संज्ञान नहीं लिया गया इस आरोप को प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किए थे समाचार प्रकाशन होने के बाद सुर्खियों में आने के पश्चात उच्च अधिकारी ने आरोप के संदर्भ में उच्च अधिकारी से चर्चा करने पर बताया कि संबंधित क्षेत्र के वन रेंजर के द्वारा मजदूरों के भुगतान के लिए जो सूची प्रेषित की गई थी उसमें भारी त्रुटि पाई गई जिसे संज्ञान लेकर दुसरी नई सूची आने के बाद भुगतान करने की बात कही गई थी और कुछ समय अंतराल के बाद वन अधिकारी ने अपने क्षेत्र के संबंधित रेंजर को नजर अंदाज कर प्राथमिकता ना देते हुए।
किसी दूसरे क्षेत्र के रेंजर से मजदूरी भुगतान की कार्य की जा रही है जो समझ से परे है और पूरा मामला संदेहास्पद नजर आ रहा है यहां पर सोचने वाली बात यह है कि उच्च अधिकारी द्वारा अपने क्षेत्र के जिम्मेदार रेंजर के माध्यम से मजदूरी भुगतान करने के बजाय किसी दूसरी क्षेत्र के रेंजर से मजदूरी का भुगतान करने की आवश्यकता क्यो आन पड़ी यहां पर मामला उलझा देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां पर कुछ और ही खिचड़ी पकाई जा रही है और समूचा खिचड़ी काली क्यों नजर आ रही है !