What does the Oxfam report say: गरीब रोटी का मोहताज तो 121 फीसदी बढ़ी अरबपतियों की कमाई….बात कुछ समझ में आई

What does the Oxfam report say:
जनधारा 24 बिजनेस डेस्क। What does the Oxfam report say:
कोरोना काल का असली रोना क्या है ?
गरीब जब रोटी का मोहताज था
तो उसी काल में भारतीय अरबपतियों की कमाई 121 प्रतिशत बढ़ी।
ये हम नहीं ऑक्सफैम की रिपोर्ट कह रही है।
What does the Oxfam report say:
ऑक्सफैम की रिपोर्ट में साफ-साफ कहा गया है कि 2020 में
कोरोना महामारी की शुरुआत से लेकर नवंबर 2021 तक ।
जब अधिकांश भारतीय रोजी-रोटी की समस्या का सामना कर रहे थे।
लगातार बचत को बचाने की कोशिश कर रहे थे।
उसी समय के दौरान भारत के
अरबपतियों की संपत्ति में 121 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। .
भारत में चौड़ी हुई अमीर-गरीब के बीच की खाई
भारत जैसे विकासशील देश में अमीर-गरीब के बीच की खाई
कोरोना काल में कुछ ज्यादा ही चौड़ी हो गई।
ऐसा हम नहीं ऑक्सफैम की रिपोर्ट कह रही है।
ऑक्सफैम के मुताबिक दुनिया में अमीर और गरीब के
बीच के अंतर को लेकर लंबी बहस छिड़ी हुई है।
तो वहीं भारत जैसे विकासशील देश में
भी यह अंतर लगातार बढता जा़ रहा है।
हाल ही में ऑक्सफैम की एक रिपोर्ट में
भी इसके साथ कई और भी खुलासे हुए थे
। इस रिपोर्ट के अनुसार भारत के 21 सबसे
अमीर अरबपतियों के पास फिलहाल
देश के 70 करोड़ लोगों से ज्यादा संपत्ति है।
अब जरा ऑक्सफैम की रिपोर्ट पर डालते हैं एक नजर

ऑक्सफैम की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 में कोरोना महामारी की
शुरुआत से लेकर नवंबर 2021 तक की है।
जब ज्यादातर भारतीय नौकरी की समस्या का सामना कर रहे थे ।
अपने बचत को बचाने की कोशिश कर रहे थे।
ऐसे वक्त में भारत के अरबपतियों की संपत्ति पिछले
साल नवंबर तक 121 फीसदी की वृद्धि देखी गई।
कोरोना महामारी के इस दौर में भी
भारतीय अरबपतियों की संपत्ति में रोजाना
3 हजार 608 करोड़ रुपए का ईजाफा हुआ है।
5 प्रतिशत लोगों के पास देश की 62 फीसदी संपत्ति
रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में भारत की पांच फीसदी आबादी
के पास देश की कुल संपत्ति का 62 फीसदी हिस्सा था।
उसके बाद भी भारत की सबसे नीचे की 50 प्रतिशत आबादी
के पास देश की केवल 3 प्रतिशत संपत्ति का नियंत्रण है।
ऑक्सफैम की रिपोर्ट के अनुसार – सर्वाइवल
ऑफ द रिचेस्टः द स्टोरी ऑफ इंडिया:
जहां 2020 में भारत में अरबपतियों की संख्या 102 थी,
वहीं 2022 में यह संख्या 166 तक पहुंच गई।
यह रिपोर्ट वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम सोमवार
को दावोस, स्विट्जरलैंड में आयोजित किया गया।
सौ अमीरों के पास 54 लाख 12 हजार करोड़
रिपोर्ट में तो ये भी कहा गया है कि भारत के 100 सबसे
अमीर लोगों की संपत्ति 660 अरब डॉलर (करीब 54 लाख 12 हजार करोड़)
को भी पार कर गई है।
हम आपको बता दें कि इससे भारत का पूरा बजट
18 महीने चलाया जा सकता है। विश्लेषण के अनुसार, अगर भारत के
अरबपतियों की कुल संपत्ति पर सिर्फ 2 फीसदी का टैक्स लगाया जाए
तो इससे अगले तीन साल तक कुपोषित बच्चों की स
भी जरूरतों को पूरा किया जा सकता है।
रिपोर्ट में पिछले 10 वर्षों में भारत में सृजित
धन के असमान वितरण का मुद्दा भी उठाया।
उसमें कहा गया है कि 2012 और 2021 के बीच,
भारत में बनाई गई कुल संपत्ति का 40 % देश के सबसे अमीर
एक प्रतिशत के पास गया। वहीं, 50 फीसदी जनता के
हाथ में सिर्फ तीन फीसदी संपत्ति ही आ सकी है।