राजधानी का महाराज बंद तालाब बना नशेड़ियों का अड्डा, सड़क पर कार खड़ी कर दिनदहाड़े जाम छलकाते दिखें युवक
रायपुर। रायपुर पुलिस राजधानी में नशा करने वाले और बेचने वाले दोनों के खिलाफ कार्यवाही करने का दावा करती रही हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे अलग नज़र आती हैं. नशेड़ियों में पुलिस का ज़रा भी खौफ नहीं हैं, उनके हौसले इतने बुलंद हैं कि दिनदहाड़े सड़कों पर नशेड़ी गैंग बेख़ौफ़ होकर शराब और नशीले प्रदार्थों का सेवन करते अक्सर नज़र आते हैं.
ऐसा ही एक दृश्य शनिवार दोपहर करीब 3:30 बजे राजधानी के मध्य में स्थित महाराज बंद तालाब के पास दिखा, जहां कुछ युवक खुलेआम सड़क पर कार के उपर शराब-बियर की बोतल रख पार्टी कर रहे थे, इस दौरान वहा सड़क पर लोगो का आना-जाना भी लगातार जारी था, युवक काफी देर तक वहा नशाखोरी करते रहे, लेकिन न तो पुलिस पेट्रोलिंग वहां पहुंची न ही किसी ने उन्हें ऐसा करने से मना करने की जहमत की.
दरअसल महाराजा बंद तालाब के किनारे सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा हैं, जिसके चलते सड़क पर पानी निकासी के लिए पाइपलाइन और तालाब किनारे ग्रिल लगाने का कार्य किया जा रहा हैं. इस वजह से तालाब के किनारे बनाई गयी दो लेन की सड़क पर एक तरफ आवाजाही कम होती हैं, इसका फायदा उठाकर कुछ असामाजिक प्रवित्ति के लोग तालाब किनारे मजमा लगाकर शराब, गांजा आदि का सेवन करते देखे जा सकते हैं.
ऐसे मे सवाल उठता हैं कि 500 मीटर की दूरी पर पुरानी बस्ती थाना होने के बावजूद महाराजबंद तालाब के आसपास हो रही असामाजिक गतिविधियों को रोकने पुलिस कोई सख्त कदम क्यों नहीं उठा रही हैं, जबकि महाराज बंद तालाब के आसपास का इलाका काफी आबादी वाला क्षेत्र हैं, यहाँ थोड़ी दूरी पर स्कूल और कॉलेज भी हैं जहा पढ़ने वाले स्टूडेंट और आसपास रहने वाली महिलाए भी इसी रस्ते से आना जाना करती हैं, ऐसे में नशेड़ियों के जमावड़े की वजह से आने जाने वालो को दिक्कत का सामना करना पड़ता हैं, लूटपाट और छेड़छाड़ जैसी घटना होने के डर से कई लोग रात के अलावा दिन के समय भी इस रास्ते से आने-जाने में संकोच करते हैं.