Leopard reached to visit mother Bamleshwari : मां बम्लेश्वरी का दर्शन करने पहुंचा तेंदुआ: जानिए फिर क्या हुआ

Leopard reached to visit mother Bamleshwari :
जनधारा 24 न्यूज डेस्क। Leopard reached to visit mother Bamleshwari :
राजनांदगांव से बड़ी खबर सामने आ रही है।
जहां मां बम्लेश्वरी के दर्शन करने एक तेंदुआ पहुंचा।
वहां मौजूद किसी श्रध्दालु ने अपने मोबाइल से
उसका वीडियो बना लिया।
इस वीडियो में तेंदुआ मां बम्लेश्वरी
की सीढ़ियों पर बैठा दिखाई दे रहा है।
जरूर ये तेंदुआ माता के दर्शन करने के लिए आया होगा।
रज्जुमार्ग से मंदिर में दर्शन करने जा रहे
श्रद्धालुओं ने पहले पहाड़ की चट्टानों पर बैठे तेंदुए का
मोबाइल कैमरे से वीडियो बनाया था।
फिर पिछले कुछ दिनों से मंदिर के कपाट बंद
होने के बाद रात में तेंदुआ देखा गया।
Leopard reached to visit mother Bamleshwari :
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी मंदिर की सीढ़ियों पर पिछले कुछ दिनों से
एक तेंदुआ देखा जा रहा हैं। रोपवे से मंदिर में दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं ने
पहले पहाड़ की चट्टानों पर बैठे तेंदुए का मोबाइल कैमरे से वीडियो बनाया था।
फिर पिछले कुछ दिनों से मंदिर के कपाट बंद कर मंदिर के कर्मचारी रात में
सीसीटीवी कैमरों से देख रहे हैं कि वे किसी जानवर का शिकार करते या
भागते नजर आ रहे हैं।
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वह जहां दिखाई दिया वह स्थान पहाड़ों की चोटी पर प्याऊ बीच
के पास स्थित दुकानों के करीब है। पैंथर किसी के पीछे भागता है,
फिर दुकानों के चक्कर लगाता है। इसमें जनहानि तो नहीं हुई,
पर तेंदुए का खौफ बना हुआ है। इसके चलते
मां बम्लेश्वरी मंदिर न्यास समिति ने मंदिर में
दर्शन के समय में बदलाव कर दिया है,
ताकि किसी भी सूरत में और जनहानि न हो।
मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष ने बताया कि यात्रियों की
सुविधा को ध्यान में रखते हुए पैदल दर्शन का समय
सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक निर्धारित किया गया है।
वहीं, रज्जुमार्ग से आने जाने का समय
सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक निर्धारित किया गया है।
सीढिय़ों पर तैनात है वन विभाग का अमला
इस दौरान तेंदुआ जनता को नुकसान न पहुंचा सके इसके लिए
मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारियों को उचित सुविधा मुहैया कराकर सीढ़ियों
पर तैनात कर दिया गया। वहीं अगर फॉरेस्ट की बात करें तो वह भी
कई दिनों तक सीढ़ियों पर अपने कर्मचारियों को देखता रहा।
साथ ही वह पूरी कोशिश कर रहा है कि तेंदुए को नुकसान न पहुंचे
और उसे पकड़ लिया जाए। अभी तक वह यह पता नहीं लगा सका है कि
तेंदुआ वहां मौजूद तेंदुआ नर है या फिर मादा।
राजनांदगांव वन विभाग की पूरी कोशिश है कि वे
जल्दी ही उस तेंदुए को पकड़कर जंगल सफारी
भिजवाने की कोशिश कर रहे हैं।