नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भांडाफोड़, कई बेरोजगारों को बना चुके थे शिकार, जानिए क्या हैं पूरा मामला

रायगढ़। जिले में पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय ठग गिरोह का भांडाफोड़ करते हुए गिरोह के सरगना सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, पकड़े गए आरोपी पहले बेरोजगारों से जॉब दिलाने के नाम पर रजिस्ट्रेशन फीस जमा कराते और फर्जी ज्वाईनिंग लेटर दिया करते थे.
जानकारी के लिए बता दें कि, रायगढ़ में कई लोगो से ठगी के बाद इस गिरोह ने महासमुंद में भी अपना ऑफिस खोला था, जहां से दोआरोपियों को गिरफ्तार कर रायगढ़ लाया गया हैं, वही ओड़िसा में भी आरोपियों का आपराधिक रिकार्ड होने की जानकारी मिली है. गिरोह के एक सदस्य को कोतवाली पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
ऐसे हुआ ठग गिरोह का भंडाफोड़
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, रायगढ़ के रहने वाले अंशु यादव ने बीते साल 26 नवंबर को कोतवाली थाना में नौकरी के नाम पर उनसे ठगी होने की जानकारी देते हुए लिखित आवेदन देकर धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, प्रार्थी की रिपोर्ट के बाद पुलिस ने सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से मामले में फरार आरोपी सज्जाद अंसारी को 23 जनवरी को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की थी.
इस दौरान आरोपी सज्जाद अंसारी ने लखनऊ उत्तर प्रदेश के रहने वाले अपने एक साथी प्रेम कुमार (असली नाम असलम अंसारी) और एक अन्य साथी के साथ ठगी की पूरी वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की.
जिसके बाद कोतवाली पुलिस ठग गिरोह के अन्य सदस्यों के संबंध में मुखबिर लगाकर पतासाजी कर रही थी, इसी दौरान उन्हें रायगढ़ की तरह ही महासमुंद जिले के बागबाहरा में भी मारुति सुजुकी कंपनी में विभिन्न पदों के लिए भर्ती की वैकेंसी का पम्पलेट चौंक-चौराहों पर चस्पा किए जाने की जानकारी मिली.
जिसके बाद पुलिस ने आरोपी प्रेम कुमार उर्फ असलम और उसके सहयोगी सहयोगी राज उर्फ आजाद मोहम्मद को बागबाहरा में दबोचा, आरोपी एच.एन.एस. प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी खोलकर मारुति सुजुकी कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा देते हुए बेरोजगारों को ठगी का शिकार बना रहे थे.
गिरफ्तारी के बाद आरोपियों ने रायगढ़ में भी करीब 65 लोगों से नौकरी के नाम पर उनका आधार कार्ड, पैन कार्ड, मार्कशीट जमा करना बताया, पुलिस ने आरोपियों के पास से फर्जी वैकेंसी वाले पंपलेट, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए उपयोग किया गया मोबाइल जप्त किया है.
बागबाहरा से पकड़े गए आरोपी असलम अपने सहयोगी आजाद के खाते में रुपए ट्रांसफर करता था, दोनों आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर रायगढ़ लेकर आयी. पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ ओड़िसा के झारसुगुड़ा में भी धोखाधड़ी के अपराध में चालान होने की जानकारी निकलकर सामने आयी हैं.