किसान अपने लिए नहीं बल्कि देश की जनता के हित के लिए कर रहा आंदोलन
आंदोलनजीवी नहीं, अन्नदाता है किसान: टिकैत
पानीपत . भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन को अप्रत्यक्ष रूप से आंदोलनजीवी कहे जाने पर कड़ा ऐतराज जताते हुए मंगलवार को कहा कि किसान आंदोलनजीवी नहीं बल्कि अन्नदाता है और देश का किसान अपने लिए नहीं बल्कि देश की जनता के हित के लिए आंदोलन कर रहा है।
दिल्ली से कुरूक्षेत्र जाते समय श्री टिकैत पानीपत के टोल प्लाजा पर रूके और यहां धरना दे रहे आंदोलनकारी किसानों, अन्य संगठनों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मिले। उन्होंने किसानों द्वारा चलाए जा रहे लंगर स्थल का भी जायजा लेने के बाद किसानों की व्यवस्था की सरहाना की।
श्री टिकैत ने संवाददाताओं से कहा कि देश की आजादी से पहले और उसके बाद देश में जनता के अधिकारों के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, शहीद भगत सिंह समेत बड़ी संख्या में देशभक्तों ने आंदोलन किए है। वहीं भाजपा के सत्ता के समय को यदि अलग कर दिया जाए तो भाजपाईयों ने भी अनेक आंदोलन किए है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान आंदोलन का मजाक कर किसानों का अपमान किया है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि किसान आंदोलन कृषि कानूनों को रद्द किए जाने पर ही खत्म होगा और किसान तन मन धन से लंबे समय तक आंदोलन के लिए मानसिक एवं शारीरिक रूप से तैयार है। उन्होंने कहा कि किसान किसी भी कीमत पर नहीं झुकेगा और जनहित में अपनी मांगों के पूरा होने तक आंदोलन जारी रखेंगे।