खतरे की परवाह न करते हुए कोराेना योद्धाओं ने अपनी जान जोखिम में डाली, उन्हें भी बजट में किया गया नजरअंदाज
सरकार पर कम हुआ है लोगों का विश्वास : विपक्ष
नयी दिल्ली। कांग्रेस ने लोकसभा में आज कहा कि सरकार जनहित के काम नहीं कर रही है और लोक उपयोगी कार्यों को महत्व नहीं दे रही है इसलिए देश की जनता में उसकी छवि बिगड़ रही है और लोगों का सरकार पर भरोसा कम हो रहा है।
कांग्रेस के शशि थरूर ने लोकसभा में बजट-2021-22 पर चर्चा की शुरुआत करते बुधवार को कहा कि इस सरकार की जन विरोधी नीति बजट में भी स्पष्ट नजर आ रही है। सरकार उन लोगों की भी परवाह नहीं कर रही है जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में कोराेना योद्धा बनकर अपनी जान खतरे में डाली और देश की सेवा की है। इन कोरोना योद्धाओं को बजट में नजरअंदाज किया गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने इनके लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया है। सरकार कोरोना के खिलाफ जिन 35 हजार करोड़ रुपए देने की बात बजट में कर रही है वह कोरोना टीका के लिए है। स्वास्थ्य क्षेत्र को सरकार महत्वपूर्ण बता रही है लेकिन इसके लिए उसने जीडीपी का महज 2.5 प्रतिशत का प्रावधान किया है और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए इस बजट में कोई व्यवस्था नहीं की गयी है।
कांग्रेस नेता ने कह किा देश में लोगों की बडे पैमाने पर नौकरी चली गयी है और लॉकडाउन के कारण स्थिति बहुत खराब हो चुकी है लेकिन सरकार ने छोटे कारोबारियों को इस संकट से उबारने के लिए कोई संवेदनशीलता नहीं दिखायी है। इन लोगों को बजट में राहत की उम्मीद थी लेकिन उनके लिए कुछ किया ही नहीं गया। यहां तक मनरेगा में भी कटौती की गयी है और सूक्ष्म, लधु एवं मझौले उद्योगों पर ध्यान नहीं दिया गया है।
थरूर ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र के बजट में भी सरकार ने छह प्रतिशत की कटौती इस बार के बजट में की है और रक्षा क्षेत्र को देने के लिए कोई प्रावधान ही नहीं किया गया है। सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर ध्यान ही नहीं दिया है।