ओसाका ने तोड़ा सेरेना का दिल, खिताबी टक्कर ब्रॉडी से
मेलबोर्न . यूएस ओपन चैंपियन जापान की नाओमी ओसाका ने लीजेंड खिलाड़ी अमेरिका की सेरेना विलियम्स का 24वें ग्रैंड स्लेम खिताब का सपना गुरूवार को लगातार सेटों में 6-3, 6-4 की जीत के साथ तोड़ते हुए वर्ष के पहले ग्रैंड स्लेम ऑस्ट्रेलियन ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला एकल के खिताबी मुकाबले में प्रवेश कर लिया जहां उनका मुकाबला एक अन्य अमेरिकी खिलाड़ी जेनिफर ब्रॉडी से होगा। ब्रॉडी ने चेक गणराज्य की कैरोलिना मुचोवा को 6-4, 3-6, 6-4 से हराया।
तीसरी सीड ओसाका ने 10वीं सीड सेरेना को एकतरफा अंदाज में एक घंटे 15 मिनट में हरा दिया। इस हार के साथ सेरेना का 24 ग्रैंड स्लेम के रिकॉर्ड की बराबरी करने का सपना एक बार फिर टूट गया। 39 वर्षीय सेरेना की आंखों में मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में आंसू निकल आये। सेरेना ने कहा कि उनके पास मैच में कई मौके थे लेकिन वह उन्हें भुना नहीं पायीं और उन्होंने लगातार आसान गलतियां कीं।
23 वर्षीय ओसाका अब अपने चौथे ग्रैंड स्लेम खिताब के लिए अमेरिकी खिलाड़ी ब्रॉडी से भिड़ेंगी। ब्रॉडी ने मुचोवा से अपना मुकाबला एक घंटे 55 मिनट के संघर्ष में जीता और सेरेना की हार से निराश अमेरिकी प्रशंसकों के चेहरों पर ख़ुशी ला दी। 22 वर्षीय ब्रॉडी पहली बार किसी ग्रैंड स्लेम के फ़ाइनल में पहुंची हैं।
सेरेना ने अपना 23वां ग्रैंड स्लेम जनवरी 2017 में ऑस्ट्रेलियन ओपन में जीता था। वह उसके बाद से चार बार ग्रैंड स्लेम फाइनल में पहुंचीं लेकिन उनका 24वें ग्रैंड स्लेम खिताब का सपना पूरा नहीं हो पाया।
सेरेना ने क्वार्टरफाइनल में विश्व की दूसरे नंबर की खिलाड़ी रोमानिया की सिमोना हालेप को हराया था लेकिन वह उस प्रदर्शन को ओसाका के सामने नहीं दोहरा सकीं। सेरेना ने मेलबोर्न में सात खिताब जीते हैं लेकिन पिछले चार साल से उनका इंतजार समाप्त नहीं हो रहा है।
ओसाका दूसरी बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंची हैं। इसके पहले वह 2019 में भी फाइनल में पहुंची थी और खिताब जीता था।
ओसाका ने सेमीफाइनल में हालांकि अच्छी शुरुआत नहीं की थी। सेरेना की उनकी पहली सर्विस ब्रेक कर 2-0 की बढ़त बना ली लेकिन इसके बाद ओसाका ने वापसी करते हुए स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया। उन्होंने एक बार फिर सेरेना की सर्विस ब्रेक की और 5-2 से आगे हो गईं। उन्होंने पहला सेट 6-3 से जीत लिया।
दूसरे सेट में ओसाका ने अच्छी शुरुआत की और 2-0 से आगे हो गईं। एक समय स्कोर 4-4 से बराबर हो गया था। इसके बाद ओसाका लगातार दो गेम जीतकर सेट 6-4 से अपने नाम करते हुए फाइनल में पहुंच गईं।