Trump से भी ज्यादा बड़ा खतरा हैं Joe Biden- चीनी विशेषज्ञ

बीजिंग, 23 नवंबर। अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के बाद क्या चीन को चैन की सांस लेनी चाहिए? राजनीतिक विशेषज्ञ और चीनी सरकार के सलाहकार झेंग योंगनियन ने इस सवाल का जवाब देने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा है कि बीजिंग को यह भ्रम छोड़ देना चाहिए कि जो बाइडेन के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने से यूएस के साथ उसके संबंध बेहतर होंगे.
योंगनियन ने कहा कि चीन को इस बात के लिए तैयार रहना चाहिए कि उसके प्रति वॉशिंगटन का रुख सख्त ही रहने वाला है. उन्होंने आगे कहा कि क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (RCEP) व्यापार समझौते के चलते अमेरिका के लिए चीन के खिलाफ एक नया संयुक्त व्यापार मोर्चा बनाना चुनौतीपूर्ण होगा. लिहाजा, चीन की सरकार को अमेरिका के साथ संबंध सुधारने के हर अवसर का उपयोग करना चाहिए.
झेंग एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लोबल एंड कंटेम्परेरी चाइना स्टडीज के डीन हैं. उन्होंने अमेरिका के मौजूदा हालातों पर बात करते हुए कहा कि वहां जो स्थिति है, वो रातोंरात ठीक होने वाली नहीं है. संभव है कि व्हाइट हाउस पहुंचने के बाद बाइडेन चीन के प्रति जनता की नाराजगी का फायदा उठाएं. अमेरिकी समाज टूट गया है और मुझे नहीं लगता कि बाइडेन इस बारे में कुछ भी कर सकते हैं.
…तो जरूर कुछ करेंगे
निर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति को कमजोर करार देते हुए चीनी विशेषज्ञ ने कहा, ‘बाइडेन बेहद कमजोर राष्ट्रपति हैं. यदि वे घरेलू मुद्दों को हल नहीं कर सके, तो राजनयिक मोर्चे पर चीन के खिलाफ कुछ करेंगे. अगर हम कहते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप लोकतंत्र और स्वतंत्रता को बढ़ावा देने में रुचि नहीं रखते हैं, तो यही बात बाइडेन पर भी लागू होती है. ट्रंप की भले ही युद्ध में दिलचस्पी नहीं रही, लेकिन डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति युद्ध शुरू कर सकते हैं’.
अमेरिका और चीन के रिश्तों में कोरोना महामारी के बाद से तनाव काफी बढ़ गया है. डोनाल्ड ट्रंप कोरोना के लिए चीन को ही दोषी मानते हैं. उनके कार्यकाल में चीन के खिलाफ कई कदम उठाये गए हैं. चीन को निशाना बनाने वाले करीब 300 से अधिक बिल तैयार किये गए. जबकि जो बाइडेन की सोच ट्रंप से थोड़ी अलग है. इसलिए माना जा रहा है कि सत्ता परिवर्तन के बाद चीन के अमेरिका से रिश्ते बेहतर हो सकते हैं.

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